मैं भी तुम जैसी हूँ हमारी रचना एक सी है शारीरिक रचना में तुमसे थोड़ा भेद है मैं भी तुम जैसी हूँ हमारी रचना एक सी है शारीरिक रचना में तुमसे थोड़ा भेद...
पर बोलो क्या सुरक्षित है नारी परदे के पीछे पर बोलो क्या सुरक्षित है नारी परदे के पीछे
प्रेमाश्रु प्रवाही मन मंगल मोदी, हे वसुधैव कुटुम्बी सब नारी नर। प्रेमाश्रु प्रवाही मन मंगल मोदी, हे वसुधैव कुटुम्बी सब नारी नर।
मर्यादा पुरुषोत्तम थे रघुवर, पर नारी को अग्नि कसौटी तोला! मर्यादा पुरुषोत्तम थे रघुवर, पर नारी को अग्नि कसौटी तोला!
मैं कोई खिलौना नहीं जिससे सिर्फ बहला जाये मैं कोई खिलौना नहीं जिससे सिर्फ बहला जाये
मन में विचार कौंधा .. सावन की बूंद और नारी ? नारी और सावन की बूँद ? मन में विचार कौंधा .. सावन की बूंद और नारी ? नारी और सावन की बूँद ?